उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों के सिर्फ भारतीय ही नहीं कई विदेशी भी दीवाने हैं. देवभूमि के नाम से मशहूर उत्तराखंड की खूबसूरत जगहों में एक नाम मसूरी का भी शामिल है. मसूरी की खूबसूरती बनाए रखने और पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए यह एक उम्मीद की दीवार बनाई गई है. इसे एक आंदोलन की तरह देखा जा रहा है. नेस्ले इंडिया और रीसिटी नेटवर्क हिलारी आंदोलन चला रहे हैं. मसूरी में इस अभियान को चलाने वाली टीम ने मसूरी में गंदगी न फैलने के लिए कैम्पटी फॉल के पास बंगलों की काण्डी गांव में 15000 प्लास्टिक की बोतलों से एक वॉल ऑफ होप बनाई है. ऐसा
करने के पीछे उनका मकसद है कि वो लोगों को कूड़ा न फैलाकर बल्कि कुछ अलग करने के लिए प्रेरित करें. केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में हर साल लगभग 6,60,787 टन प्लास्टिक का कूड़ा बनता है. जिसमें से 80 प्रतिशत को जल संसाधनों में मिला दिया जाता है. प्लास्टिक से कई सुन्दर कलाकृतियां बनाई जा सकती हैं. इस वॉल ऑफ होप को म्यूजियम ऑफ गोवा द्वारा डिजाइन किया गया है. इस वॉल को डिजाइन करने वाले लोगों का कहना है कि यह कलाकृति लंबे समय तक हवा और पानी से खराब नहीं होगी. लोगों को इसे देखकर सालों तक प्रेरणा मिलती रहेगी.
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